Bollywood में शोक की लहर दौड़ पड़ी है महज़ कुछ दिन पहले ही बॉलीवुड ने अपने दो महान कलाकारों को खोया है अभी दुनिया इन दो दिग्गजों को खोकर चौक से उमरी ही नहीं थी कि यहां तीसरे कलाकार की भी निधन हो गई जिनका नाम है माया गोविंद था। आपको बता दें कि माया गोविंद एक बेहतरीन गायिका के साथ-साथ एक बहुत अच्छी ग्रहणी भी थी। इन्होंने अपने संगीत करियर के साथ-साथ अपने गृहस्थ जीवन को भी बेहतरीन तरीके से संभाल रखा था। आपको बता दें कि कुछ ही दिन पहले भारत की स्वर कोकिला हमेशा के लिए खामोश हो गई फिर उसके कुछ ही दिन बाद डिस्को किंग के नाम से जाने जाने वाले बप्पी लहरी का भी निधन हो गया। अभी इनकी निधन लोगों को विश्वास करना मुश्किल था कि अब मशहूर गायिका माया गोविंद भी इस दुनिया को अलविदा कह गई। यह भी पढ़ें-लग्जरी कार को छोड़ मुंबई की लोकल ट्रेन में नवाज़ुद्दीन
आइए जानते हैं मशहूर गीतकार माया गोविंद
बॉलीवुड की जानी-मानी मशहूर गीतकार माया गोविंद जो कि अब हमारे बीच नहीं रहे उन्होंने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। हालांकि काफी समय से वह बीमार चल रही थी और बीमारी से लड़ रही थी। इनकी फिलहाल की उम्र 80 साल की थी यानी कि इन्होंने 80 साल में अपनी अंतिम सांस ली (Maya Govind passes away)। इनके निधन पर पूरे बॉलीवुड में सन्नाटा छाया हुआ है उनका अंतिम संस्कार मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस में कर दिया गया है। लोग उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
इनके करियर की बुलंदियों की तो इन्होंने अपने करियर में एक बेहतरीन मुकाम हासिल किया था 80 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाली मशहूर गायिका माया गोविंद जी ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। उनके लिखे गीत ने लोगों को जीने के 1 नए मायने दिए। माया गोविंद फिल्म इंडस्ट्री की एकमात्र ऐसी कलाकार थी और गीतकार थी जिन्होंने फिल्मों और टीवी सीरियल के गानों के अलावा कई किताबें भी लिखी है। वह एक अच्छी लेखक भी थी, एक अच्छी गायिका भी थी, और अभिनेत्री थी, और उनका यही अभिनय लोगों के मन में उनका एक स्थान बन गया था। यह भी पढ़ें-'दी कश्मीर फाइल्स' के आगे अक्षय की फिल्म 'बच्चन पांडे' कलेक्शन?
माया गोविंद अपने फिल्मी करियर की शुरुआत आरोप से की थी। उन्हें इस फिल्म में ब्रेक निर्देशक आत्माराम ने दिया था।और पहली ही फिल्म में माया ने यह साबित कर दिया था कि वह गीतों के मामले में बाकी लोगों से बिल्कुल अलग हैं। 1970 में एक फिल्म आई जिसका नाम था सावन को आने दो उसमें उन्होंने संगीत का नाम दिया कजरे की बाती इस गाने ने उनको बुलंदियों पर पहुंचा दिया और खूब लोकप्रियता दिलाई। इस गाने की वजह से लोग उन्हें जानने लगे थे। और उन्हें एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मों का ऑफर मिलता गया और (Singer)संगीत का भी। उसके बाद उन्होंने आंखों में बसे हो तुम, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, तेरी मेरी प्रेम कहानी, और रानी चेहरे वाले, जैसे कई बेहतरीन गाने लिखे जो कि उस समय के सुपर डुपर हिट गानों में शुमार थे। इनके लिखे गाने लोगों को बेहद पसंद आते थे।
यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि अगर वह इस समय इस दुनिया को अलविदा कह भी चुकी है तो लोगों के जहन में और लोगों के जुबान पर हमेशा वह जिंदा रहेंगे। हर दिल की धड़कन बनकर धड़केगी। जो गाने उन्होंने लिखे हैं वह आज भी लोग गाते हैं और यह बात तो तय है कि हमेशा वह लोगों के जहन में जिंदा रहेंगे। हालांकि यह कहना गलत भी नहीं होगा कि इस समय (Bollywood News) फिल्म इंडस्ट्री और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए एक बहुत बड़ी क्षति की बात है। जिसकी भरपाई करना शायद ही मुमकिन कभी हो पाएगा।
यह भी पढ़ें-